क्या आप रोज हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं या फिर करना चाहते हैं, और आपको यह नहीं पता है कि आखिर हनुमान चालीसा का पाठ किस तरह किया जाए जिससे कि हनुमान जी प्रसन्न हो, और अपनी कृपा हमारे ऊपर बनाए रखें। तो चिंता मत कीजिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको यही बताने वाले हैं, कि आखिर आपको प्रतिदिन हनुमान चालीसा करते समय क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। तो चलिए जानते हैं कि आपको हनुमान चालीसा किस प्रकार करनी चाहिए।
Hanuman chalisa की रचना तुलसीदास जी ने की थी। इन्होंने यह रचना हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए की थी। तो जो लोग हनुमान जी की आराधना करना चाहते हैं, वह लोग हनुमान चालीसा का पाठ कर हनुमान जी की आराधना कर उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं। माना जाता है कि हनुमान चालीसा का प्रतिदिन पाठ करने से हनुमान जी बहुत ही ज्यादा प्रसन्न होते हैं, और अपनी कृपा हमारे ऊपर बनाए रखते हैं। हनुमान चालीसा में 40 पंक्ति होने के कारण इसे चालीसा कहा जाता है।
हनुमान चालीसा क्यों करना चाहिये
वैसे तो हनुमान चालीसा करने के पीछे सबका अपना अपना ही कोई मकसद होता है। कई लोग सिर्फ और सिर्फ अपने दिल की खुशी के लिए हनुमान चालीसा करते हैं। तो कई लोग हनुमान जी की पूजा करने के लिए और उन्हें प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा करते हैं। लेकिन अगर बात करें hanuman chalisa क्यों करना चाहिए, तो इसके बहुत सारे कारण हैं। जैसे कि हनुमान चालीसा करने से आपके घर में नकारात्मक शक्तियां दूर होती है, और घर में सकारात्मक शक्तियों का वास होता है। साथ ही साथ आपके अंदर साहस एवं बुद्धि का भी विकास होता है, एवं आपकी सारी समस्याएं समाप्त होती है इसलिए आपको hanuman chalisa का पाठ करना चाहिए।
हनुमान चालीसा पढते वक्त क्या सावधानी बरतनी चाहिए
वैसे तो आपको हनुमान चालीसा पढ़ते वक्त कोई ज्यादा सावधानिया बरतने की जरूरत नहीं होती है। लेकिन कुछ ऐसी बातें होती हैं, जिन्हें अगर आप ध्यान में रखकर हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, तो हनुमान जी बहुत ही ज्यादा प्रसन्न होते हैं। उन बातो के बारे में आपको नीचे बताया गया है।
1: आप यह ध्यान रखें कि आप स्नान करने के बाद या फिर अपने हाथ-पैर अच्छे से धोने के बाद ही हनुमान चालीस का पाठ करने बैठे।
2: आपको साफ-सुथरे वस्त्र पहनकर ही हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। जिससे कि हनुमान जी प्रसन्न हो।
3: वैसे तो आप कहीं भी हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं, लेकिन अगर हो पाये तो आपको दक्षिण दिशा में या पूर्व दिशा मे ही अपना मुंह करके हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
4: हनुमान चालीसा का पाठ करते समय अपने सामने लाल आसन में श्री राम जी की एवं हनुमान जी की तस्वीर को रखना ना भूलें